लाइलाज नहीं है मिर्गी की बीमारी -डॉ रुपेश ०के० सिंह






 मिर्गी दिवस के अवसर पर शारदा नारायन हॉस्पिटल में एक जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस दौरान शारदा नारायन हॉस्पिटल के चैयरमैन डॉ संजय सिंह ने लोगो को जागरूक करते हुए बताया की समाज में इस बीमारी को लेकर लोगो में बहुत ही भ्रांतिया फैली है।मिर्गी लाइलाज बीमारी नहीं है।  मिर्गी का दौरा पड़ने पे कभी भी मरीज़ को उसे जूता या चप्पल नहीं सुंघाने चाहिए।लोगो को सही जानकारी होना बहुत ही महत्वपूर्ण है।90 फीसदी दौरे 2 मिनट के होते हैं दौरा 5 मिनट से ज्यादा का है तो नाक के जरिये दवा दी जाती है। मुंह के जरिए कुछ भी नहीं देना चाहिए। 5 मिनट से ज्यादा के दौरे की स्थिति में मरीज को अस्पताल ले जाना चाहिए। मिर्गी का रोगी महज आधे घंटे में ठीक हो जाता है। इन रोगियों को नौकरी से निकालना या समाज में भेदभाव करना गलत है। डॉ. संजय सिंह के मुताबिक, दुनियाभर में मिर्गी के रोगियों में से करीब 16 प्रतिशत भारत में हैं। इनकी संख्या करीब 1.20 करोड़ है। जो लोग मिर्गी से पीड़ित हैं, उन्हें अपनी स्थिति छिपाना नहीं चाहिए।आगे शारदा नारायन हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजिस्ट हेड डॉ रुपेश ०के० सिंह ने बताया की चिकित्सीय विज्ञान में मिर्गी को न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर भी कहा जाता है।12 वर्ष के बच्चों और 60 से अधिक उम्र के बुजुर्गों में मिर्गी की समस्या सबसे अधिक देखी जाती है।युवावस्था में किसी दुर्घटना के दौरान सिर में लगी चोट की वजह से भी कुछ वर्षों बाद मिर्गी की समस्या हो सकती है। डा.रुपेश ०के० सिंह  के अनुसार, बच्चों में मिर्गी का मुख्य कारण आनुवंशिक या फिर मां के गर्भ में या प्रसव के दौरान किसी वजह से मस्तिष्क में खून या आक्सीजन की आपूर्ति न होना या किसी अन्य वजह से हो सकता है। बुजुर्गों में यह बीमारी दूसरे बड़े विकार या बीमारी की वजह से आती है।अंत में उन्होंने बताया की मिर्गी के मरीज के साथ-साथ उसके परिवार को भी बीमारी के प्रति पूरी जानकारी होनी चाहिए। अगर किसी को दौरे पड़ने की परेशानी है तो उसके परिजनों को तत्काल मोबाइल फोन में दौरे पड़ने के दौरान का वीडियो बना लेना चाहिए। इस वीडियो के जरिए इलाज करने वाले डॉक्टर को मरीज की स्थिति पता करने में आसानी हो सकती है।मिर्गी आने पर मरीज को जमीन पर या समतल स्थान पर करवट से लिटा दें या उसकी गर्दन एक ओर मोड़ दें, ताकि मुंह में जमा लार और झाग बाहर निकल जाएं। मिर्गी के रोगियों को चिकित्सक की सलाह के अनुसार दवाई लेनी चाहिए। पर्याप्त व्यायाम, स्वस्थ आहार का ध्यान रख पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।इस मौके डॉ एकीका सिंह ,डॉ सुजीत सिंह ,डॉ राहुल कुमार ,डॉ सतीश , मनीष ,सुमित,गौरव ,शादाब,आदि लोग उपस्थित रहे।



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