सपा ने सदर तहसील पर किया प्रदर्शन सौपा ज्ञापन





समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के निर्देश पर सोमवार को बीजेपी सरकार के जन विरोधी नीतियों के विरुद्ध जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव के नेतृत्व में सभी तहसील मुख्यालयों पर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला और तहसील प्रशासन को सौंपा गया। इस दौरान सरकार विरोधी नारे लगाए गए। 
जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव ने कहा है कि प्रदेश में एक ओर कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है और दूसरी तरफ भाजपा सरकार की मनमानी कार्यशैली और दमनकारी नीतियों से जनता त्रस्त है। स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं, भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं है। बेहाल किसान, बेरोजगारी और अपराध बेलगाम है। इसके विरोध में 21 सितम्बर को राजपाल महोदय को संबोधित ज्ञापन सौंपा जा रहा है।
    श्री यादव ने कहा कि कोरोना संकटकाल में भाजपा सरकार स्वास्थ्य सम्बंधी सुविधाएं मुहैया कराने में लापरवाह है। उचित चिकित्सा के अभाव में जाने जा रही हैं। कोविड-19 अस्पतालों में अव्यवस्थाओं के चलते जहां संक्रमित दिक्कत में हैं वहीं स्वास्थ्यकर्मी भी साधन-सुविधाओं के अभाव से परेशान हैं। समाजवादी सरकार की 108, 102 सेवाएं निष्क्रिय कर दी गई है। प्रदेश की लगभग हर ग्राम पंचायत में कोरोना किट की खरीद में महाघोटाला हुआ है।
    भाजपा सरकार के राज में अपराधी बेखौफ हैं। पुलिस प्रशासन उनके सामने असहाय नज़र आता है। रोज हत्या, लूट और अपहरण की घटनाएं हो रही है। महिलाएं एवं बच्चियां सुरक्षित नहीं। रोजगार की मांग करने पर नौजवानों पर पुलिस लाठियां चलाकर अच्छा नहीं कर रही है। अवसाद में 3200 शिक्षामित्र आत्महत्या कर चुके हैं। आरक्षण से भी खिलवाड़ हो रहा है। मुख्यमंत्री जी रोजगार के झूठे आंकड़े पेश कर युवाओं को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं पर अब नौजवान सच्चाई से वाकिफ है वह उनके झांसे में नहीं आएगा। युवा आक्रोशित है।
  राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य अल्ताफ अंसारी ने कहा कि  भाजपा सरकार तो किसानों के हितों के प्रति पूर्णतया असंवेदनशील है। इसके कार्यकाल में किसान की बदहाली बढ़ी है। उसे न तो लागत का ड्योढ़ा मूल्य मिला है और नहीं उसकी आय दुगनी करने की दिशा में कोई योजना है। सरकार उसे समर्थन मूल्य भी दिलाने से असफल रही है। अब नए अध्यादेश लाकर भाजपा किसानों को अपनी जमीन पर ही मजदूर बनाने और खेती को अमीरों के हाथ में गिरवी रखने की साजिश कर रही है। समाजवादी पार्टी इन शोषणकारी साजिशों का विरोध करेगी।
    अनियोजित लाॅकडाउन के दौरान लाखों श्रमिक अपने घर वापस आए, रोजगार के अभाव, आर्थिक तंगी, नौकरी न होने से वे मजबूर होकर या तो फिर पलायन कर रहे हैं या हताशा में आत्महत्या कर रहे हैं। कारोबार न चलने से व्यापारी भी अपने गले में फांसी लगा रहे है। पूंजीनिवेश और रोजी रोजगार की बातें काल्पनिक हैं। प्रदेश में न तो नए उद्योग लगे हैं, नहीं एक यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ है। भ्रष्टाचार के चलते लगे लगाए उद्योग भी बंद होते जा रहे हैं। जनता के पास अब हर मोर्चे पर विफल भाजपा सरकार के झूठ और पाखण्ड को पचाने का सब्र नहीं बचा है। इसलिए संवैधानिक करवाई के रूप में राजपाल महोदय बीजेपी सरकार को बर्खास्त करें। इस अवसर पर मुख्य रूप से राष्ट्रीय सचिव रामहरि चौहान, एमएलसी रामजतन राजभर, पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र यादव साधू, पूर्व जिलाध्यक्ष शिवप्रताप यादव मुन्ना,नि०जिलामहासचिव कुद्दुस अंसारी,रामधनी यादव,हजारी सिंह, रामधनी चौहान, वीरेंद्र यादव लोहिया,डॉ ओमप्रकाश यादव, वीरेंद्र चौहान,शोभ श्रृवास्तव, रामप्रकाश यादव बबलू, रमेश दूबे, धीरज राजभर, शहनवाज आलम, गौरव पांडे, दिलीप पांडे, योगेंद्र यादव, रामविलास यादव,ईक्बाल अहमद,एख्लाक अहमद,मुख्तार हुसैन,आदि उपस्थित रहे।



अन्य समाचार
फेसबुक पेज
<< अवैध शीशम की लकड़ी के बोटे के साथ एक गिरफ्तार
मऊ में दो प्रेमिकाओं के विरुद्ध क्यों दर्ज हुआ मुकदमा >>