हाइपरटेंशन की चपेट में युवा, खतरा भयावहः डॉ संजय सिंह*





 

*-शारदा नारायण ने राघोपट्टी में लगाया निःशुल्क चिकित्सा शिविर, 72 लाभान्वित*

मऊः उच्च रक्तचाप के कारण शरीर की नसों में खून का दबाव बढ़ जाता है। इससे नींद की समस्या, हार्ट अटैक का खतरा, ब्रेन अटैक की समस्या सहित अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में अनियमित जीवनचर्या और अनापेक्षित काम के दवाब के कारण युवाओं में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा तेजी से भयावह रुप लेता जा रहा है। सिरदर्द, धुंधली दृष्टि, चक्कर आना, थकान व सांस लेने की तकलीफ इसके प्राथमिक लक्षण हैं। इसकी समय से देखभाल न होने से यह हृदय, किडनी और आंखों जैसे महत्वपूर्ण अंग को क्षति पहुंचा सकती है। प्रसिद्व चिकित्सक, निदेशक शारदा नारायण हास्पिटल डॉ संजय सिंह ने यह उदगार रविवार को हास्पिटल द्वारा राघोपट्टी में लगाये गये निःशुल्क चिकित्सा शिविर में व्यक्त किया।

  डॉ सिंह ने बताया कि हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने के लिए प्रतिदिन आधा घंटा व्यायाम-योग क्रिया, कम नमक का सेवन, धुम्रपान सहित नशा से परहेज, कम से कम सात घंटा की नींद पूरा करते हुए तनाव से मुक्त रहने की नितांत आवश्यकता है। युवाओं को अत्यधिक मोबाइल के प्रयोग से बचना चाहिए। शारदा नारायण हास्पिटल द्वारा 15 दिनों तक हाइपरटेंशन जागरुकता कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरुक किया जाएगा। क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ सुजीत सिंह ने आकस्मिक चिकित्सा पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए त्वरित जीवन रक्षा के उपायों से जनमानस को बताया। इस दौरान उन्होंने सीपीआर का डेमो प्रदर्शन कर लोगों को इमरजेंसी मेडिसीन के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया। शिविर में 72 लोगों का शुगर, ब्लड प्रेशर, आंख व ईसीजी की जांचकर निःशुल्क दवाओं का वितरण किया गया।



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