विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह की चुप्पी बिगाड़ न दे भाजपा का गणित





 

मऊ। घोसी विधानसभा उपचुनाव का संग्राम अपने अंतिम पड़ाव पर है।तीन सितंबर को चुनावी शोर गुल पूरी तरह से थम जाएगा। मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच है दोनो दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश के दोनो उपमुख्यमंत्री घोसी में ही कैंप किए है तो वही तमाम मंत्री विधायक भी घोसी में ही डेरा डाले पड़े है। मुख्यमंत्री का भी आगमन घोसी में हो रहा है। सपा भी इस उपचुनाव को लेकर गंभीर है। सपा के प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव तीन दिन तक घोसी ही रहे तो वही राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव भी घोसी में ही डेरा डाले पड़े है और अखिलेश यादव ने भी एक सभा कर सपा उम्मीदवार को जिताने की अपील की इन सब नामो के बीच एक नाम विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह का नाम घोसी में तैर रहा मगर श्री सिंह की चुप्पी से घोसी का तापमान बढ़ा हुआ है।यशवंत सिंह की घोसी में अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है स्थानीय नेता होने की वजह से उनका हर वर्ग में अच्छा खासा वोट है। यशवंत सिंह ने अपनी चुप्पी के दौरान अपने समर्थको को क्या संदेश दिया यह तो वही जानते है मगर उनके इस चुनाव से दूर रखना भाजपा के लिए नुकसान पहुंचा सकता है। यशवंत सिंह के इस चुनाव से दूर रहने का कारण यशवंत सिंह या भाजपा ही बता सकते है। श्री सिंह राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते है और किसी भी चुनाव का चुनावी गणित बदले का लोहा भी मनवा चुके है।



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